World's Alzheimer's Day, क्या होता है अल्जाइमर बीमारी, क्या है इसके लक्षण? जाने,
हाल ही में पूरे विश्व में वर्ल्ड अल्जाइमर्स डे मनाया गया आज हम जानेंगे कि यह अल्जाइमर बीमारी क्या होती है क्या इसका इलाज संभव है? क्या कहता अल्जाइमर रिपोर्ट 2019? इन सभी जानकारियों को पाने, पढ़ते रहिए तो आइए जानते हैं क्या है यह,
वर्ल्ड अल्जाइमर्स डे कब मनाया जाता है?
प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को वर्ल्डस अल्जाइमर्स डे मनाया जाता है यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जिसे हम एक दिमागी बीमारी भी कह सकते हैं इसके जागरूकता लाने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजशन के द्वारा यह प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को मनाया जाता है।
क्या होता है अल्जाइमर?
सामान्य भाषा में कहें तो अल्जाइमर एक न्यूरोलॉजिकल डिसीज है जिसे एक दिमागी बीमारी कह सकते हैं इसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट हो जाती है जो कि हमारे सोचने और समझने की शक्ति को बनाए रखती है,इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की सोचने एवं समझने की शक्ति की क्षमता घट जाती है। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति स्वभाव में भी बदलाव आता है और साथ ही साथ याददाश्त भी घटती है।
ग्रसित व्यक्ति की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है यह रोग भी बढ़ता है। रोगी को रोजमर्रा के कामों को भी करने में दिक्कतें होती हैं। यह बीमारी किसी भी उम्र मेंं हो सकती है, यह उम्र के साथ बढ़ने वाला रोग है।
रोग का नाम अल्जाइमर्स कैसे पड़ा?
इस बीमारी का पहला केस 3 नवंबर 1906 को जर्मन मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. अलोइस अल्जाइमर सामने लाए थे, जिनके नाम पर ही इस रोग का नामकरण कर दिया गया और इसके जागरूकता लाने इस दिन का नाम अल्जाइमर्स डे पड़ा।
क्या कहती है,अल्जामर्स डिसीज इंटरनेशनल 2019 की रिपोर्ट :
हमने यह तो जान लिया कि अल्जाइमर की बीमारी कैसे होती है किंतु विश्व में इसके प्रति जागरूकता बहुत ही कम है तो आइए जानते हैं कि पिछले वर्ष पूरे विश्व में अल्जाइमर्स डिस इसकी रिपोर्ट,
भारत में इसके करीब 40 लाख रोगी है, तथा पूरे विश्व में करीब 4.4 करोड़ मरीज है, इस रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक दुनिया में अल्जाइमर्स के मरीजों की संख्या 15.2 करोड़ हो जाएगी।
अल्जाइमर का इलाज संभव है?
वर्तमान में इसकी कोई सटीक उपचार नहीं है। केवल लक्षणों के आधार पर ही इसके बारे में पता लगाया जा सकता है।इसका पता लगाने डॉक्टर मेंटल टेस्ट, सीटी स्कैन, एमआरआई से मस्तिष्क में होने वाले परिवर्तन और उसके कारण दिखने वाले लक्षणों की जांच करते हैं। अभी तक इसके खत्म होने का कोई स्पष्ट इलाज नहीं है किंतु कुछ दवाओं और लक्षणों में सुधार कर इसके असर को कम किया जा सकता है।
अल्जाइमर और डिमेंशिया में क्या है अंतर:
अक्सर लोग अल्जाइमर्स और डिमेंशिया के बीच फर्क नहीं कर पाते। किंतु इन दोनों रोग में काफी अंतर है डिमेंशिया का मतलब है, मेमोरी लॉस। अल्जाइमर्स इसी डिमेंशिया का एक प्रकार है, डिमेंशिया भी दो तरह का होता है। जिसका पहला प्रकार, वह है, जिसका इलाज संभव है। और दूसरा, वो जिसका कोई इलाज नहीं है यानी साधारण भाषा में कहें तो डीजेनरेटिव डिमेंशिया, अल्जाइमर्स भी इसी कैटेगरी की बीमारी है।
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