भारत-चीन के मध्य बढ़ा विवाद,कैलाश मानसरोवर पर बनाया मिसाइल सेंटर, जाने संपूर्ण जानकारी।

भारत और चाइना के मध्य आए दिन नए विवाद उभरते जा रहे हैं एलएसी सीमा को लेकर हुए विवाद भारत से युद्ध के कारण बन रहे हैं भारत उभरती हुई शक्ति बन रही है भारत अब अकेला भी नहीं है भारत के पास अब वह सभी हथियार हैं जो किसी युद्ध को जीतने के लिए आवश्यक होते हैं भारत एक शांतिप्रिय देश है वह युद्ध नहीं चाहता किंतु चाइना द्वारा कई ऐसे कृत्य आए दिन सामने आ रहे हैं जिससे भारत भी युद्ध करने को बिल्कुल तैयार है, एलएसी पर भारत के शहीद हुए जवानों के खून का बदला अब भारत के वीर सिपाही लेंगे।

वर्तमान में चीन ने हिंदू देवी देवता के पवित्र स्थान पर एक मिसाइल सेंटर बनाया है जहां महादेव निवास करते हैं वह कैलाश मानसरोवर धाम अब चीन का मिसाइल सेंटर बनने जा रहा है

चीन ने इस जगह पर DF-21 मिसाइल तैनात कर दी है। यह एक जमीन से हवा में मार करने वाले (surface-to-air) बैलेस्टिक मिसाइल है।इस मिसाइल की रेंज 2200 किलोमीटर है।



Economics time की हालिया खबर में जिक्र है कि यह मिसाइल सेंटर इंडिया-चाइना बॉर्डर टेंशन की वजह से महत्वपूर्ण हो गया है।
द प्रिंट ने तो सैटेलाइट इमेज दिखाते हुए इसके बारे में कहा है कि दूसरी ओर इंडिया ने भी लद्दाख में surface to air आकाश मिसाइल पहले से ही तैनात की हुई है।



क्या है कैलाश मानसरोवर यात्रा?

कैलाश मानसरोवर कहां पर है?


कैलाश मानसरोवर तिब्‍बत में स्थित है, जिसपर चीन का कब्‍जा है। और मानसरोवर के ठीक सामने कैलाश पर्वत स्थित है, यह  कई धर्मों के लिए पूजनीय है।


कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील, जिसे आमतौर पर कैलाश-मानसरोवर स्थल के रूप में जाना जाता है। यह पवित्र स्थल सिंधु, ब्रह्मपुत्र, सतलज और कर्णाली – घाघरा (गंगा की सहायक नदी)के उद्गम स्थल माने जातेे हैं यह कैलाश सरोवर चार धर्म के अनुयायी के लिए पवित्र और पूजनीय हैं।


हिंदू धर्म के देवता महादेव की निवास स्थली:


हिंदू धर्म में इस स्थल को भगवान शिव और पार्वती के निवास स्थान के रूप में माना जाता है। तिब्बती बौद्ध लोग इसे “ग्लेशियल स्नो का कीमती वन” कहते हैं।जैनों धर्म में इस पर्वत को अस्तपद कहा गया है और इसे वह स्थान माना जहाँ उनके 24 आध्यात्मिक गुरुओं में से प्रथम ने मोक्ष प्राप्त किया।


तिब्बत के पूर्व-बौद्ध धर्म के अनुयायियों, बोन्स ने पर्वत टीज़ को शब्द दिया और इसे आकाश देवी, सिपाईमेन का निवास स्थान बताया गया है।


कैलाश मानसरोवर पर बनाया जा रहा मिसाइल सेंटर


द प्रिंट की माने तो मानसरोवर के पास में ही चीन ने मिसाइल साइट डेवलप की है और इसका काम जारी है। यही पर उसने DF-21 मिसाइल तैनात की है।
भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि चीन द्वारा मिसाइल साइट का निमार्ण, उसके द्वारा आक्रामक उकसावे की कार्रवाई है।


यह दोनों देशों के बीच सीमा तनाव को और अधिक जटिल कर सकता है। एक ओर, भारत ने पहले से ही आकाश मिसाइल सिस्‍टम तैनात किया हुआ है।
इसका अर्थ है कि चीन और भारत के बीच जो तनाव है, वह हथियारों की होड़ की ओर बढ़ता जा रहा है।


भारत और चीन विवाद को चीन द्वारा दिया जा रहा जोर :


भारत-चीन के बीच अप्रैल-मई से ही तनातनी जारी है। 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देश के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें 20 भारत के वीर सैनिक शहीद हो गए। इस बीच 29-30 अगस्त की दरम्यानी रात भी दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई।


हालांकि दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत भी चल रही है। किंतुुुु फिर भी चीन द्वारा विवाद को भड़काया जा रहा है,चीन लगातार LAC पर मोर्चेबंदी में जुटा है।


हालिया खबर के अनुसार चीन ने भारत की 1000 वर्ग किलोमीटर की भूमि को अपने कब्जे में कर लिया है तथा अपना डेरा जमा रखा है आए दिन चीन द्वारा ऐसे ऐसे कृत्य किए जा रहे हैं जो युद्ध की ओर इशारा कर रहे हैं।

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भारत-चीन के मध्य बढ़ा विवाद,कैलाश मानसरोवर पर बनाया मिसाइल सेंटर, जाने संपूर्ण जानकारी। भारत-चीन के मध्य बढ़ा विवाद,कैलाश मानसरोवर पर बनाया मिसाइल सेंटर, जाने संपूर्ण जानकारी। Reviewed by Devendra Soni on सितंबर 09, 2020 Rating: 5

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